गन्ना कैलेंडर, गन्ना पर्ची, गन्ना भुगतान, सट्टा कैसे बढ़ाए, कृषक मित्र मोबाईल एप – enquiry.caneup.in

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उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई सत्र 2021-22 के लिए सट्टा और आपूर्ति नीति जारी कर दी गई है। गन्ना विकास विभाग ने नीति में किसानों के हित में अहम बदलाव किए हैं। अब किसान यदि जमीन का क्रय-विक्रय करता है तो उसका बेसिक कोटा हस्तांतरित होगा। उत्तम गन्ना किसानों को उपज में बढ़ोतरी के लिए प्रार्थनापत्र देने पर शुल्क नहीं देना होगा।

सट्टाधारक सदस्य किसान की मृत्यु पेराई सत्र के दौरान होने पर सट्टा चालू रखा जाएगा। यह सुविधा केवल वर्तमान पेराई सत्र में ही मान्य होगी। सैनिकों, अर्द्धसैनिक बलों, भूतपूर्व सैनिकों व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उनके विधिक उत्तराधिकारियों को सक्षम अधिकारियों की ओर से जारी प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने पर गन्ना आपूर्ति में प्राथमिकता मिलेगी।

इस जानकारी में हम आपको गन्ना सप्लाइ से संबंधित आपको समस्त जानकारी एवं आपकी समस्त समस्याओ का समाधान प्रदान करेंगे।

पर्ची कैलेंडर क्या है- enquiry.caneup.in

सर्वे के अनुसार किसान भाइयों का जितना सट्टा रिकॉर्ड किया जाता है उसके हिसाब से सभी किसानों को पर्ची उपलब्ध कराई जाती हैं। ये पर्चियां एक साथ ना मिलकर अलग अलग तारीख पर किसान भाइयों को भेजी जाती है जिस से कि सुविधाजनक तरीके से हमारे किसान भाई अपना गन्ना तैयार कर सकें और आसानी से उस गन्ने को शुगर मिल तक पहुंचा सकें।

इन सभी पर्चियों को जिस कैलेंडर में तारीख के हिसाब से वितरित किया है उसे पर्ची कैलेंडर कहते हैं। इसे विभिन्न चीनी मिलों के द्वारा प्रदान की गई वेबसाइट पर देखा जा सकता है। पर्ची कैलेंडर में पर्ची प्राप्त होने से 4-5 दिन पहले ही जानकारी मिल जाती है कि पर्ची जारी होने वाली है। इस से किसान भाइयों को अपना गन्ना तैयार करने में काफी आसानी होती है।

संबंधित राज्य  उत्तर प्रदेश 
आधिकारिक वेबसाईट  https://enquiry.caneup.in
हेल्पलाइन नंबर  1800-121-3203
विभाग  चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग
सत्र  2021-22

पर्ची कैसे देखें- enquiry.caneup.in

जब आप अपना घोषणा पत्र अपने नए सत्र के लिए भर देते हैं तो आपका नया गन्ना कैलेंडर जारी कर दिया जाता है जिसमें आपकी पर्चियों को दिनांक के हिसाब से दिखाया जाता है ।
यदि आपको अपनी पर्ची देखनी है तो आप –

1) caneup.in पर जाए तथा अपना कोड भरकर खुद को लॉगिन करें।

2) आपको नीचे ऑप्शन में गन्ना कैलेंडर दिखेगा उस पर क्लिक करें ।

इसके बाद आपका कैलेंडर ओपन हो जाएगा तथा आप अपनी पर्चियां देख पाएंगे ।

तौल की हुई पर्ची कैसे देखें- enquiry.caneup.in

यदि यदि आप अपनी तुली हुई पर्चियों का विवरण देखना चाहते हैं तो –

1) आप caneup.in पर जाएं तथा अपना कोड भरकर स्वयं को लॉगिन करें ।

 

 

2) इसके बाद नीचे दिए गए ऑप्शन में तुली हुई पर्चियों का विवरण पर क्लिक करें जिसमें आपके द्वारा सप्लाई की गई समस्त पर्चियों का विवरण आपके सामने प्रस्तुत हो जाएगा ।

पर्ची कैसे प्राप्त करें

जो किसान भाई जिस मिल के सदस्य होते हैं वो मिल उन्हें पर्ची वितरित करता है। उसी पर्ची के अनुसार किसान भाई अपना गन्ना सप्लाई करते हैं। विभिन्न चीनी मिलों का अपना अलग तरीका होता है सदस्य किसान के पास पर्ची पहुंचाने का।

कुछ मिल अपने सुपरवाइजर को ये काम सौंप देती हैं जो अपने अपने क्षेत्र में पर्चियों को पहुंचा देते हैं जबकि कुछ जगह इस कार्य के लिए अन्य कर्मचारी होते हैं जो पर्ची से सम्बन्धित कार्य देखते हैं।कभी कभी ऐसा भी होता है कि एक गांव की पर्चियों को इकठ्ठा करके एक आदमी को से दिया जाता है जो सदस्यों को उनकी पर्चियां दे देता है।

एसएमएस पर पर्ची कैसे प्राप्त करें

वैसे तो मिल प्रशासन द्वारा पर्चियों को सुपरवाइजर के जरिए किसानों तक पहुंचाया जाता है लेकिन कोरोना काल में सुरक्षा के मद्देनजर एसएमएस द्वारा पर्चियों के वितरण को अपनाया गया था, जो कि अपने आप में सुविधाजनक एवं प्रभावशाली साबित हुआ है।

यदि आपका मोबाइल नंबर आपके सदस्यता खाते में जुड़ा हुआ है तो आप भी एसएमएस के द्वारा घर बैठे पर्ची प्राप्त कर सकते हैं इसके लिए आपको कोई फॉर्म या अलग से कोई कागज पेश करने की आवश्यकता नहीं है।

यदि आपका मोबाइल नंबर खाते में जुड़ा हुआ नहीं है तो अपने मोबाइल नंबर को इंक्वायरी पर जाकर एक प्रार्थना पत्र के माध्यम से जुड़वा लें जिस से कि आपको मिल से जारी हुई सूचना आसानी से प्राप्त हो सके।

बिना तुली पर्ची कैसे वापस करें

यदि किसी कारण से आप अपनी पर्ची की तौल नहीं करा पाए हैं तो इसमें परेशान होने वाली कोई बात नहीं है। आप अपनी इस पर्ची को तौल तिथि निकल जाने के बाद इंक्वायरी काउंटर पर आधार कार्ड की कॉपी के साथ जमा करा सकते हैं जो कि आप की आगे आने वाली पर्चियों के साथ किसी तारीख में आपको वापस मिल जाएगी ।

पर्ची कैसे बढ़ाएं

ऐसा अक्सर देखने को मिलता है कि किसान भाइयों का काफी ज्यादा मात्रा में गन्ना खड़ा रह जाता है लेकिन पर्ची कम होने की वजह से वो गन्ना मिल को सप्लाई नहीं किया जाता है और किसान भाइयों का नुकसान होता है। इस तरह की परेशानी से बचने के लिए हमारे किसान भाइयों को निम्न बातों का ख्याल रखने की जरूरत है-

1) सर्वे के समय – जब पेराई सत्र शुरू होने को होता है तो उस से पहले प्रत्येक क्षेत्र के सुपरवाइजर द्वारा अपने क्षेत्र की सर्वे कि जाती है जिसमें खड़े हुए गन्ने का रिकॉर्ड दर्ज किया जाता है। इस समय किसान भाईयों को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है क्योंकि इस समय बिना ज्यादा भाग दौड़ किए ही आपकी पर्ची बढ़ाई जा सकती हैं।

सर्वे में अपने समस्त गन्ना क्षेत्र की सर्वे कराए तथा अपने सुपरवाइजर को अपने समस्या के बारे में बताकर उस से पर्ची बढ़ाने के लिए कहें। पर्ची बढ़ाने के लिए आपको अपने खेत की (जिसमे गन्ना खड़ा है) खतौनी की एक नकल निकलवा कर अपने सुपरवाइजर को देनी होगी एवं उसके बाद आपके खतौनी के अनुसार आपके क्षेत्र पर खड़ी फसल के लिए चीनी मिल द्वारा आपके लिए पर्चियों की व्यवस्था कर दी जाएगी।

2) यदि आपको किसी कारणवश सर्वे के समय अपनी पर्चियों की कमी के बारे में पता नहीं चल पाता है तो परेशान होने की कोई बात नहीं है। सर्वे होने के बाद एवं सत्र शुरू होने से पहले आपकी संबंधित चीनी मिलों द्वारा आपको पर्ची कैलेंडर उपलब्ध कराया जाता है जिसमें आपको आपकी पर्चियों की कुल संख्या के बारे में पता चल जाएगा।

अतः जैसे ही आपके पास पर्ची कैलेंडर आए और आपको लगे कि आपका गन्ना मिल प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई पर्चियों से अधिक होगा तो तुरंत अपनी समिति में जाकर अध्यक्ष से सम्पर्क करें। आपकी जरूरत के हिसाब से आपको पर्चियां उपलब्ध करा दी जाएंगी लेकिन समिति में जाते समय पर्ची कैलेंडर की फोटो कॉपी साथ ले जाना न भूलें।

3) यदि सत्र शुरू हो चुका है और आपके पास पर्चियों की व्यवस्था नहीं है अथवा कम है या फिर आपकी पर्चियां खत्म हो चुकी हैं एवं आपका गन्ना शेष रह गया है तो फिर समिति में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। सत्र शुरू होने के बाद चीनी मिल द्वारा समय समय पर जरूरत के हिसाब से पर्चियों को बढ़ाया जाता है। यह एक मात्र तरीका है जिस से आपकी पर्चियां सत्र शुरू होने के बाद बढ़ाई जा सकती हैं।

सट्टा कैसे बढ़ाएं

यहां आपको ये बता दें कि पर्चियों की संख्या आपके सट्टे के अनुसार ही तय होती है तो इस बात का ध्यान रखें की आप अपने सट्टे को सुधारने का प्रयास करें जिस से कि आपको पर्चियों की कमी का सामना ना करना पड़े।
सट्टा बढ़ाने के लिए आप नीचे दिए गए तरीके अपना सकते हैं-

1) सप्लाई के द्वारा – किसान भाइयों आपका सट्टा आपके द्वारा पिछले सत्र में सप्लाई किये गए गन्ने कि मात्रा पर निर्भर करता है। आपकी सप्लाई जितनी अधिक होगी आपका सट्टा उतना ही अधिक बढ़ जाएगा।

2) फसल की स्थिति के द्वारा – यदि आपकी फसल में अच्छी पैदावार होने की संभावना है तो आपका सुपरवाइजर आपके सर्वे के दौरान अपने रिकॉर्ड में ये जानकारी दर्ज करेगा तथा आपका सट्टा बढ़ जाएगा।

सर्वे कैसे कराएं

प्रत्येक सत्र के शुरू होने से पहले गन्ना मिल द्वारा अपने अपने सुपरवाइजर के द्वारा उनके क्षेत्र में गन्ने का सर्वे कराया जाता है। इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है, संबंधित सुपरवाइजर आपसे खुद संपर्क करके आपके गन्ने का सर्वे करेगा।

गन्ने का सर्वे होने के बाद आपको घोषणा पत्र भरना होगा जिसमें आपके द्वारा अपने जमीन की खतौनी तथा घोषणा पत्र संलग्न करके समिति पर जमा कराना होगा। सर्वे करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि आप की फसल की स्थिति को जांचना जिससे आप की पर्ची तथा उसकी संख्या निर्धारित की जा सके तथा मिल प्रशासन को यह सूचना मिल सके कि क्षेत्र में इस वर्ष में गन्ने की उपज कैसी है।

घोषणा पत्र क्या होता है

प्रत्येक सत्र के शुरू होने से पहले मिल प्रशासन द्वारा अपने सदस्य किसान भाइयों से एक घोषणा पत्र भरवाया जाता है जिस से यह स्पष्ट हो जाए की संबंधित किसान भाइयों का सट्टा मौजूदा सत्र में सक्रिय है अथवा नहीं।

यदि कोई किसान भाई घोषणा पत्र नहीं भर पाता है तो इस बात की पूरी संभावना है कि उसका सट्टा उस तत्कालीन सत्र के दौरान निष्क्रिय कर दिया जाएगा तथा उस सत्र के दौरान उसे कोई भी पर्ची उपलब्ध नहीं कराई जाएगी। घोषणा पत्र के दौरान सदस्य किसान भाइयों की समस्त जरूरी सूचनाएं यथा नाम, पिता का नाम, स्थाई पता, खेत का क्षेत्रफल आदि जानकारियां भरी जाती हैं तथा घोषणा पत्र के साथ खतौनी सलंग्न करना भी अत्यंत जरूरी है।

घोषणा पत्र कैसे भरें

जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि घोषणा पत्र प्रत्येक सत्र के शुरू होने से पहले भरा जाता है। प्रत्येक किसान भाई जो की सदस्य है और उन्हें पर्ची की आवश्यकता है तो घोषणा पत्र भरना ना भूलें। घोषणा पत्र भरने के लिए आपको समिति पर जाना पड़ता है।

समिति से फॉर्म लेकर उसके साथ अपने खेत की खतौनी संलग्न करें तथा संबंधित कर्मचारी को सौंप दें। ऐसा भी हो सकता है कि घोषणा पत्र आपको आपके सुपरवाइजर द्वारा आपके गांव में भी उपलब्ध कराया जाए इसलिए अपने सुपरवाइजर से संपर्क करते रहें।

भुगतान विवरण कैसे देखें

भुगतान विवरण जांचने के लिए आपको सबसे पहले संबंधित चीनी मिल की आधिकारिक वेबसाइट caneup.in या फिर जो वेबसाइट आपको विभाग द्वारा प्रदान की गई है पर जाकर स्वयं को लॉग इन करें।

1) लॉग इन करने के बाद आप भुगतान बटन पर क्लिक करें।

2) उसके बाद आपके सामने कृषक कोड भरने का ऑप्शन खुलेगा जिस में आपको अपना कृषक कोड भरना है।

3) कोड भरने के बाद आपको पासवर्ड भरना होगा जिसमें आपको अपने खाते के अंतिम 4 अंक भरने हैं।

सबमिट बटन पर क्लिक करते ही आपको आपका भुगतान विवरण देखने को मिल जाएगा।

रुका हुआ गन्ना भुगतान कैसे प्राप्त करें

यदि किसी कारणवश आप का भुगतान आपके खाते में नहीं आ पाया है अथवा मिल द्वारा आप का भुगतान रोक दिया गया है तब आपको वह भुगतान प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाने होंगे –

आपको एक एप्लीकेशन जिसमें भुगतान रुकने के कारण को बताया जाएगा तथा उसके साथ अपने कैलेंडर की फोटो कॉपी, आधार कार्ड की फोटो कॉपी, बैंक पासबुक की फोटो कॉपी संलग्न की जाएगी तथा अपने सुपरवाइजर से संस्तुति प्राप्त करने के बाद इसे समिति के सचिव द्वारा पारित कराया जाएगा।

उसके बाद आपको मिल प्रशासन के गन्ना भुगतान विभाग से संपर्क करना होगा तथा अपनी यह एप्लीकेशन उनके पास जमा करानी होगी। इसके बाद आपका रुका हुआ भुगतान आगे आने वाली एडवाइज के जरिए आपके खाते में पहुंचा दिया जाएगा। इस समस्त प्रक्रिया में लगभग 15 से 20 दिन का समय लग सकता है।

यदि आपका खाता सुचारू रूप से संचालित नहीं है तब आपको एप्लीकेशन देने से पहले अपने बैंक खाते को नियमित करना होगा अन्यथा एप्लीकेशन देने के बाद भी आपकी समस्या का समाधान नहीं हो पाएगा। यदि इसके अलावा भुगतान रोकने की कोई अन्य वजह है तो उसके लिए आपको समिति के सचिव से संपर्क करना होगा तथा यथा आदेश कार्यवाही करनी होगी।

गन्ना भुगतान कितने दिन में होता है

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बरती गई सख्ती के बाद चीनी मिलों ने लापरवाही में सुधार किया है तथा भुगतान की प्रक्रिया को कृषक हित में करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

जब से प्रदेश सरकार ने चीनी मिलों को फटकार लगाई है तब से 10 -15 दिन के अंदर किसानों को भुगतान किया जा रहा है तथा भुगतान में और अधिक लोचशीलता लाने के लिए प्रयास जारी हैं।

यहां आपको बता दिया जाए कि प्रथम भुगतान जारी होने में सत्र शुरू के बाद तकरीबन एक से डेढ़ महीने का वक्त लग जाता है तथा उसके बाद निरंतर रूप से भुगतान की लिस्ट जारी होती रहती है जो कि 7 दिन के अंतराल पर जारी होती रहती है। एडवाइज जारी होने के बाद एडवाइज संबंधित बैंकों को वितरित कर दी जाती है जहां 5-6 दिन के पश्चात किसानों के खाते में रुपए अंतरित कर दिए जाते हैं।

एडवाइज जारी होने की सूचना एसएमएस द्वारा आपके फोन पर भेज दी जाती है जिस से आपको पता चले सके कि आपका भुगतान आ चुका है।

चेक क्या होता है

सभी किसान भाई जब अपना गन्ना अपनी चीनी मिल पर लेकर जाते हैं तो तौल होने के बाद एक टोकन दिया जाता है जिस पर तौल से सम्बन्धित समस्त जानकारी दी गई होती है जैसे सदस्य का नाम, तौल की मात्रा, तौल का मूल्य, तौल की तिथि इत्यादि।

यह बात ध्यान देने योग्य है कि अपने चेक को संभाल कर रखा जाए क्योंकि भुगतान की अनियमितता के दौरान आपको इसकी आवश्यकता पड़ सकती है। आप इस पर दिए गए सभी जानकारियों के जरिए अपनी शिकायत को दर्ज करा सकते हैं। यह आपके द्वारा सप्लाई कि गई गन्ने की मात्रा का भी सबूत होता है को की आपको अपना सट्टा बढ़ाने में मदद कर सकता है।

वारिस सदस्य कैसे बनें

यदि किसी सदस्य की मृत्यु हो जाती है तो उसके स्थान पर यदि कोई अन्य सदस्य बनता है तो उसे वारिस सदस्य कहा जाता है। वारिस सदस्य बनने के लिए आपको कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होती है जो कि निम्न प्रकार हैं –

1) जिस सदस्य की मृत्यु हुई है उसका मृत्यु प्रमाण पत्र आपके पास होना चाहिए।

2) जिस सदस्य की मृत्यु हुई है उसके नाम जो जमीन थी वह आपके नाम ट्रांसफर होनी चाहिए ।

3) आपके पास आपका आधार कार्ड होना चाहिए।

जब उक्त सभी दस्तावेज आपके पास हो तब आप समिति के सदस्य से जाकर संपर्क कर सकते हैं तथा वहां जाकर सदस्यता के लिए रसीद ले सकते हैं । रसीद मिलने के बाद आपको अपना घोषणा पत्र भरना होगा जिसमें आपके द्वारा आपकी जमीन तथा आपका सट्टा वेरीफाई किया जाएगा उसके बाद बचे हुए सट्टे के लिए आपको पर्ची उपलब्ध करा दी जाएंगी।

अपना बैंक खाता कैसे बदलवाएं

यदि किसी कारणवश आपको अपना बैंक खाता जो कि आपके सट्टे के साथ संलग्न है वह आपको बदलवाना है तो आप अपने नए खाते की पासबुक की फोटो कॉपी, अपना आधार कार्ड तथा एक एप्लीकेशन के साथ इंक्वायरी काउंटर पर जमा कर दें। इससे 2 से 3 दिन के अंदर आपका नया खाता आपके सट्टे के साथ संलग्न कर दिया जाएगा।

पर्ची की वजन सीमा कैसे बड़ाए

यदि आप अपनी पर्ची की वजन सीमा बड़ाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक एप्लीकेशन अपनी समिति पर देनी होगी जिसमें आपको लिखना होगा कि किस कारण से आप अपनी पर्ची की वजन सीमा को बड़वाना चाहते हैं तथा उसके साथ अपना कैलेंडर तथा अपने आधार कार्ड की फोटो कॉपी संलग्न करें और समिति पर जमा कर दें ।

इस पर समिति के सचिव द्वारा संस्तुति दी जाएगी तथा यदि सचिव इस बात की संस्तुति कर दें कि आप की पर्ची की वजन सीमा बढ़ा दी जाए तो आपकी परिचय की वजन सीमा निश्चित रूप से बढ़ जाएगी तथा आगे आने वाली पर्चियों में उस सीमा को नियत किया जाएगा।

संपर्क तथा शिकायत कैसे करें

यदि आपको अपनी गन्ना सप्लाई करने में किसी प्रकार की समस्या आ रही है अथवा आप मिल द्वारा किए जा रहे हैं भुगतान से संतुष्ट नहीं है अथवा किसी अन्य समस्या से आप ग्रसित हैं तो अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए आपको निम्नलिखित कदम उठाने होंगे –

1) आप caneup.in पर जाएं तथा अपना कोड भरकर स्वयं को लॉगिन करें ।

2) इसके बाद आपको नीचे शिकायत करने का एक ऑप्शन दिखाई देगा ।

3) उस पर क्लिक करने के बाद आपको एक फॉर्म जैसा दिखाई देगा जिसमें विभिन्न कॉलम भरने की जरूरत पड़ेगी।

4) दिए गए सभी स्टेप्स पूरे करने के बाद आपकी शिकायत का प्रारूप बिल्कुल तैयार है तथा सबमिट पर क्लिक करते ही आपकी शिकायत पंजीकृत कर दी जाएगी तथा नियत समय के अंदर आपकी समस्या का निश्चित रूप से समाधान कर दिया जाएगा।

इसके अलावा आप नीचे दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके सीधे ही अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं –

1800-121-3203

अन्य जानकारी के लिए www. saconindia.org  देखें

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